Ai website kya hai? - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वेबसाइट 2024
AI वेबसाइटें डेटा एकत्र करती हैं, उसे विश्लेषित करती हैं, पैटर्न पहचानती हैं, भविष्यवाणी करती हैं और उस भविष्यवाणी के आधार पर कार्रवाई करती हैं।
आजकल, इंटरनेट का उपयोग लगभग हर व्यक्ति करता है। हम इंटरनेट पर जानकारी ढूंढने, ऑनलाइन खरीदारी करने, सोशल मीडिया से जुड़ने, आदि के लिए URL का उपयोग करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि URL kya hota hai?
URL ka full form Uniform Resource Locator है। इसका हिंदी में अर्थ "समान संसाधन लोकेटर" होता है। URL वह पता होता है जो इंटरनेट पर किसी वेबसाइट या वेब पेज को खोजने में मदद करता है। यह संसाधन एक वेब पेज, फ़ाइल, इमेज, वीडियो, या कोई अन्य डेटा हो सकता है।
उदाहरण के लिए, वेबसाइट www.example.com पर "Website page" glossary का URL इस प्रकार हो सकता है: www.example.com/glossary/website-page
URL के कुछ उदाहरण निम्नानुसार हैं:
इन उदाहरणों में, पहला भाग "https://" एक प्रोटोकॉल होता है जो वेबसाइट को यह जानकारी देता है कि यह सुरक्षित है। दूसरा भाग "www." वेबसाइट का नाम बताता है। और तीसरा भाग ".com" वेबसाइट का डोमेन नाम होता है।
इसके अतिरिक्त, यह भाग उस वेबसाइट के अंतर्गत बने फोल्डर और वेब पेज को प्रदर्शित करता है। इन तक पहुंचने के लिए, आपको यही फॉर्मेट का उपयोग करते हुए URL को ब्राउज़र में दर्ज करना होगा।
यह web page का सीधा लिंक पाठकों को प्रदान करता है। इसके द्वारा, उन्हें आवश्यक सभी जानकारी आसानी से प्राप्त करने और पढ़ने में सहायता मिलती है।
यदि आप अपने वेब पेज का URL स्पष्ट और संक्षिप्त रखते हैं, तो यह आपके वेब पृष्ठ के खोज इंजन अनुकूलन (एसईओ) को सुधार सकता है, जिससे यह संभावित पाठकों के लिए अधिक दृश्यमान हो सकता है।
वेबसाइट URL को सोशल मीडिया और अन्य चैनलों पर साझा करना सरल होना चाहिए। इससे आपको अपने वेबसाइट पेजों का प्रचार करने और अपनी वेबसाइट पर ट्रैफ़िक बढ़ाने में सहायता मिल सकती है।
URL को मुख्य रूप से दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:
सामान्य URL वे URL होते हैं जो किसी वेबसाइट या वेब पेज को खोजने में सहायता करते हैं। ये URL आमतौर पर 8-12 वर्णों से मिलकर बनाए जाते हैं।
अतिरिक्त URL वे URL होते हैं जो किसी विशिष्ट संसाधन को खोजने में मदद करते हैं। ये URL आमतौर पर 13-16 अक्षरों के होते हैं।
URL में निम्नलिखित भाग होते हैं:
प्रोटोकॉल वह भाषा है जिसे वेबसाइट और ब्राउज़र के बीच संवाद के लिए इस्तेमाल किया जाता है। "https://" सबसे आम प्रोटोकॉल है, जो सुरक्षित वेबसाइट की सूचना देता है। अन्य प्रोटोकॉल "http://", "ftp://", और "ssh://" भी होते हैं।
डोमेन नाम वेबसाइट का पता होता है। यह एक संक्षिप्त पहचान होती है जो वेबसाइट को याद रखने में आसानी करती है। डोमेन नाम सामान्यतः ".com", ".org", ".edu", या ".in" जैसे डोमेन एक्सटेंशन के साथ समाप्त होते हैं।
पथ वह मार्ग है जिसे ब्राउज़र वेब पेज तक पहुँचने के लिए उपयोग करता है। यह आमतौर पर निर्देशिकाओं और फ़ाइलों के नामों से बनता है।
क्वेरी स्ट्रिंग वह अतिरिक्त जानकारी होती है जिसे ब्राउज़र को वेब पेज के साथ साझा करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह आमतौर पर मानकों, चरणों, और अन्य जानकारी से बना होता है।
अतिरिक्त भाग वह जानकारी होती है जो URL में शामिल की जा सकती है, परन्तु यह अनिवार्य नहीं होती है। अतिरिक्त भाग आमतौर पर भाषा, मुद्रा, या अन्य प्रासंगिक जानकारी से संबंधित होते हैं।
मुझे उम्मीद है आप URL kya hai यह अच्छे से समझ गए होंगे। अगर आप भी एक वेबसाइट बनाकर लोगो तक पहुंचना चाहते है तो इसके लिए आप konigle के साथ signup कर सकते है। यहाँ पर आप कम पैसो में एक अच्छी और "AI Powered website" बना सकते है।
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