URL क्या है? - What is URL in Hindi 2024

URL क्या है? - What is URL in Hindi 2024
Ghanshyam Jadhav

Ghanshyam Jadhav

Jan. 23 2024

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URL, यानी Uniform Resource Locator, इंटरनेट पर वेबसाइट या वेब पेज को खोजने में मदद करता है। URL मुख्य रूप से प्रोटोकॉल, डोमेन नाम, पथ, क्वेरी स्ट्रिंग, और अतिरिक्त भागों से मिलकर बनता है।

आजकल, इंटरनेट का उपयोग लगभग हर व्यक्ति करता है। हम इंटरनेट पर जानकारी ढूंढने, ऑनलाइन खरीदारी करने, सोशल मीडिया से जुड़ने, आदि के लिए URL का उपयोग करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि URL kya hota hai?

URL क्या है?

URL ka full form Uniform Resource Locator है। इसका हिंदी में अर्थ "समान संसाधन लोकेटर" होता है। URL वह पता होता है जो इंटरनेट पर किसी वेबसाइट या वेब पेज को खोजने में मदद करता है। यह संसाधन एक वेब पेज, फ़ाइल, इमेज, वीडियो, या कोई अन्य डेटा हो सकता है।

उदाहरण के लिए, वेबसाइट www.example.com पर "Website page" glossary का URL इस प्रकार हो सकता है: www.example.com/glossary/website-page

URL के उदाहरण

URL के कुछ उदाहरण निम्नानुसार हैं:

इन उदाहरणों में, पहला भाग "https://" एक प्रोटोकॉल होता है जो वेबसाइट को यह जानकारी देता है कि यह सुरक्षित है। दूसरा भाग "www." वेबसाइट का नाम बताता है। और तीसरा भाग ".com" वेबसाइट का डोमेन नाम होता है।

इसके अतिरिक्त, यह भाग उस वेबसाइट के अंतर्गत बने फोल्डर और वेब पेज को प्रदर्शित करता है। इन तक पहुंचने के लिए, आपको यही फॉर्मेट का उपयोग करते हुए URL को ब्राउज़र में दर्ज करना होगा।

उत्पाद URL क्यों महत्वपूर्ण है?

यह web page का सीधा लिंक पाठकों को प्रदान करता है। इसके द्वारा, उन्हें आवश्यक सभी जानकारी आसानी से प्राप्त करने और पढ़ने में सहायता मिलती है।

यदि आप अपने वेब पेज का URL स्पष्ट और संक्षिप्त रखते हैं, तो यह आपके वेब पृष्ठ के खोज इंजन अनुकूलन (एसईओ) को सुधार सकता है, जिससे यह संभावित पाठकों के लिए अधिक दृश्यमान हो सकता है।

वेबसाइट URL को सोशल मीडिया और अन्य चैनलों पर साझा करना सरल होना चाहिए। इससे आपको अपने वेबसाइट पेजों का प्रचार करने और अपनी वेबसाइट पर ट्रैफ़िक बढ़ाने में सहायता मिल सकती है।

इसे पढ़े:

यूआरएल कितने प्रकार के होते हैं?

URL को मुख्य रूप से दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

  • सामान्य URL
  • अतिरिक्त URL

सामान्य URL वे URL होते हैं जो किसी वेबसाइट या वेब पेज को खोजने में सहायता करते हैं। ये URL आमतौर पर 8-12 वर्णों से मिलकर बनाए जाते हैं।

अतिरिक्त URL वे URL होते हैं जो किसी विशिष्ट संसाधन को खोजने में मदद करते हैं। ये URL आमतौर पर 13-16 अक्षरों के होते हैं।

URL के कितने भाग हैं?

URL में निम्नलिखित भाग होते हैं:

  • प्रोटोकॉल
  • डोमेन नाम
  • पथ
  • क्वेरी स्ट्रिंग
  • अतिरिक्त भाग

1. प्रोटोकॉल

प्रोटोकॉल वह भाषा है जिसे वेबसाइट और ब्राउज़र के बीच संवाद के लिए इस्तेमाल किया जाता है। "https://" सबसे आम प्रोटोकॉल है, जो सुरक्षित वेबसाइट की सूचना देता है। अन्य प्रोटोकॉल "http://", "ftp://", और "ssh://" भी होते हैं।

2. डोमेन नाम

डोमेन नाम वेबसाइट का पता होता है। यह एक संक्षिप्त पहचान होती है जो वेबसाइट को याद रखने में आसानी करती है। डोमेन नाम सामान्यतः ".com", ".org", ".edu", या ".in" जैसे डोमेन एक्सटेंशन के साथ समाप्त होते हैं।

3. पथ

पथ वह मार्ग है जिसे ब्राउज़र वेब पेज तक पहुँचने के लिए उपयोग करता है। यह आमतौर पर निर्देशिकाओं और फ़ाइलों के नामों से बनता है।

4. क्वेरी स्ट्रिंग

क्वेरी स्ट्रिंग वह अतिरिक्त जानकारी होती है जिसे ब्राउज़र को वेब पेज के साथ साझा करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह आमतौर पर मानकों, चरणों, और अन्य जानकारी से बना होता है।

5. अतिरिक्त भाग

अतिरिक्त भाग वह जानकारी होती है जो URL में शामिल की जा सकती है, परन्तु यह अनिवार्य नहीं होती है। अतिरिक्त भाग आमतौर पर भाषा, मुद्रा, या अन्य प्रासंगिक जानकारी से संबंधित होते हैं।

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Conclusion

मुझे उम्मीद है आप URL kya hai यह अच्छे से समझ गए होंगे। अगर आप भी एक वेबसाइट बनाकर लोगो तक पहुंचना चाहते है तो इसके लिए आप konigle के साथ signup कर सकते है। यहाँ पर आप कम पैसो में एक अच्छी और "AI Powered website" बना सकते है।

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Frequently asked questions

URL के अंत में जो हिस्सा होता है, उसे फ़ाइल नाम या एक्सटेंशन कहा जाता है।

यह वह भाग होता है जो URL में अंतिम स्लैश (/) के बाद आता है और यह बताता है कि URL किस प्रकार की फ़ाइल का संदर्भ देता है।

उदाहरण स्वरूप, URL https://www.example.com/index.html में index.html फ़ाइल नाम है और यह बताता है कि URL एक HTML फ़ाइल का संदर्भ देता है।

Ghanshyam Jadhav

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Ghanshyam Jadhav

Content Writing

Ghanshyam has experience running blogs and making money online using AdSense and affiliate marketing. When he is not writing, he likes to travel and hike to spiritual places.